जब से बाल मनोविज्ञान के विकास ने यह सिद्ध कर दिया है कि शिक्षा केंद्र न तो विषय है न अध्यापक वरन् छात्र है तब से शिक्षण में सक्रियता को अधिक महत्व दिया जाने लगा है. करके सीखना (करत शिक्षण) अर्थात् स्वानुभव द्वारा ज्ञान प्राप्त करना आजकल का सर्वाधिक व्यापक शिक्षणसिद्धांत है. अत: रूसों से लेकर मांटेसरी और ड्यूबी तक शिक्षाशास्त्रियों ने बच्चों की ज्ञानेंद्रियों को अधिक कार्यशील बनाने तथा उनके द्वारा शिक्षा देने पर अधिक बल दिया है. महात्मा गांधी ने भी इसी सिद्धांत के आधार पर बेसिक शिक्षा को जन्म दिया. अत: सक्रिय विधि के अंतर्गत अनेक विधियाँ सम्मिलित की जा सकती हैं जैसे- शोधविधि (ह्यूरिस्टिक), योजना (प्रोजेक्ट) विधि, डाल्टन प्रणाली, बेसिक-शिक्षा-विधि, इत्यादि.
परन्तु संस्कृत में अभी भी इसका प्रयोग नहीं किया जा रहा है जो संस्कृत की लोकप्रियता में प्रचार प्रसार में बाधक प्रतीत होता है. अतः शिक्षाशास्त्र के विविध प्रविधियों का प्रयोग संस्कृतभाषाध्यापन में भी औचित्यपूर्ण प्रतीत होता है.
इसी अवधारणा के आधार पर हमने इस एप का निर्माण किया है. इस एप में दो भागों में संस्कृत सीखने हेतु हिन्दी तथा अंग्रेजी के वाक्य रखे गए हैं. प्रथम भाग में विविध संवाद को रखा है जिसमें सब्जी विक्रेता, संस्कृत कक्षा, गृहिणी का सम्भाषण-भाग -1, गृहिणी का सम्भाषण-भाग -2, माता-पुत्र का संवाद, मित्रों का घर आगमन, अध्यापक एवं छात्रों का संवाद, परिवारजनों का संवाद, फोन से मित्र का संवाद, अधिकारी का संवाद, पिता-पुत्र का संवाद, कक्षा में छात्रों का संवाद, वार्षिकोत्सव, मित्र का संवाद तथा सामान्य संस्कृत के वाक्य है द्वितीय भाग में तथा, शि ष्टाचारः (सामान्य सूत्रे किंवा चांगले पद्धती), मेलनम् (बैठक), सरल वाक्यानि (साधे sentenes), सामान्य वाक्यानि (सामान्य वाक्य), मित्र मिलनम् (मित्र संमेलन), प्रयाणम् (प्रवास), प्रवासतः प्रतिनिवर्तनम् (आगमन रोजी), छात्राः ( विद्यार्थी), परीक्षा (परीक्षा), चलनचित्रम् (चित्रपट), शिक्षकः (शिक्षक), स्त्रियः (महिला), पाकः (स्वयंपाक) वेषभूषणानि (ड्रेस, दागिने), कार्यालयः (कार्यालय), आरोग्यम् (आरोग्य), समयः (वेळ), दूरवाणी (दुरध्वनी), वाणिज्यम् (वाणिज्य), वातावरणम् (हवामान), गृहसम्भाषणम् (देशांतर्गत), पितरः पुत्राः च (वडील / मुले / माता), मातापितरः (पी arents), सुताः (मुले) सङ्कीर्ण वाक्यानि (विविध वाक्य), अतिथिः (अतिथी), शुभाशयाः (ग्रीटिंग्ज) अंग्रेजी के वाक्य हमने लिया है. इसमें आपको चयन करना होगा कि आप अंग्रेजी से संस्कृत सीखना चाहते हैं कि हिन्दी से. पुनः आपको सीखना है या स्वयं का परीक्षण करना है इस विकल्प का भी चयन करना होगा. अगर आप सीखने का विकल्प लिया तो हिन्दी या अंग्रेजी के वाक्य आयेंगे साथ में ध्वनि भी. और उस हिन्दी या अंग्रेजी के व्याक्य का संस्कृतानुवाद भी उपस्थित होगा ध्वनि के साथ. परन्तु यदि आप परीक्षण का विकल्प चयन करते हैं तो आपके समक्ष हिन्दी के वाक्य उपस्थित होंगे साथ ही कई संस्कृत शब्द उपस्थित होंगे. उन संस्कृत शब्दों को वाक्य के अनुसार चयन कर अनुवाद करें. अनुवाद जब तक सही नही होगा शब्द बदलते रहिए. सही शब्दों का चयन हो जाने पर अगले पृष्ठ पर जाने का विकल्प आएगा.
आशा है कि यह एप संस्कृत सीखने में सहयोगी सिद्ध होगा.